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प्रेरितन स ईसू क बातचीत

(मत्ती 28:16-20; लूका 24:36-49; यूहन्ना 20:19-23; प्रेरितन 1:6-8)

14 पाछे, जब ओकर गियारह प्रेरितन खाना खात रहेन, उ ओनके समन्वा परगट भवा अउर उ ओनके बिसवास न करइ के अउर मनवा क जर होइ जाइ के डाटेस फटकारेस काहेकि इ पचे ओकर बिसवास नाहीं किएन जउन ओका जी उठइ के बाद लखेन।

15 फिन उ ओनसे कहेस, “जा अउर समूची दुनिया क मनइयन क सुसमाचार क उपदेस द्या। 16 जउन कउनो बिसवास करत ह अउर बपतिस्मा लेत ह, ओकर बचावा होई अउर जउन बिसवास न करी, उ दोखी माना जाइ। 17 जउन मोरे मँ बिसवास करिहीं, ओनमाँ इ चीन्हा होइहीं; उ मोरे नाउँ प दुस्ट आतिमन क बाहेर खदेरिहीं उ सबइ नई नई भाखा बोलिहीं। 18 उ पचेन आपन हाथन स सांपन क पकरि लेइहीं अउर जदि उ पचे बिख पी जइहीं तउ ओनका नेसकान न होई, उ पचे रोगिन्प आपन हाथ धरिहीं अउर उ पचे चंगा होइ जइहीं।”

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