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मरे मन के जी उठे के पाछू – बिहाव

(मत्ती 22:23-33; लूका 20:27-40)

18 तब सदूकी, जऊन मन कहिथंय कि मरे मन के जी उठई होवेच नइं, यीसू करा आके पुछिन, 19 “हे गुरू! मूसा ह हमर बर लिखे हवय कि कहूं काकरो भाई ह बिगर संतान के मर जावय अऊ ओकर बिधवा ह रहि जावय, त ओकर भाई ह ओ बिधवा ले बिहाव कर ले, अऊ अपन भाई बर संतान पैदा करय। 20 सात झन भाई रिहिन। पहिली भाई ह बिहाव करिस अऊ बिगर संतान के मर गीस। 21 तब दूसर भाई ह ओकर बिधवा ले बिहाव करिस अऊ ओह घलो बिगर संतान के मर गीस, अऊ वइसनेच तीसरा भाई घलो। 22 अइसने होईस कि सातों म के काकरो संतान नइं होईस अऊ ओमन मर गीन। सबले पाछू ओ माईलोगन घलो मर गीस। 23 तब जी उठे के बाद ओह काकर घरवाली होही? काबरकि ओह सातों भाईमन ले बिहाव करे रिहिस।”

24 यीसू ह ओमन ला कहिस, “का तुमन एकरसेति गलती म नइं हवव कि तुमन न तो परमेसर के बचन ला जानत हव अऊ न परमेसर के सक्ति ला। 25 जब मरे मन जी उठहीं, त ओमन न तो बिहाव करहीं अऊ न कोनो ओमन ले बिहाव करही। पर ओमन स्‍वरग म स्वरगदूतमन सहीं होहीं। 26 मरे मन के जी उठे के बारे म, का तुमन मूसा के किताब म बरत झाड़ी के बारे म नइं पढ़ेव? जिहां परमेसर ह मूसा ले कहिस, ‘मेंह अब्राहम के परमेसर अऊ इसहाक के परमेसर अऊ याकूब के परमेसर अंव।’[a] 27 परमेसर ह मुरदामन के नइं, पर जीयत मन के परमेसर अय। तुमन भारी गलती म परे हवव।”

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Footnotes

  1. 12:26 निरगमन 3:6