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यीसू ह परेत आतमा ला निकारथे

(मरकुस 1:21-28)

31 तब यीसू ह गलील प्रदेस के कफरनहूम सहर म गीस, अऊ बिसराम के दिन मनखेमन ला उपदेस देवन लगिस। 32 मनखेमन यीसू के उपदेस ला सुनके चकित होवत रहंय, काबरकि ओह अधिकार के संग गोठियावत रहय।

33 सभा घर म एक मनखे रिहिस जऊन म एक परेत आतमा रहय। ओह जोर से चिचियाके कहिस, 34 “हे यीसू नासरी! तोला हमर ले का काम? का तेंह हमन ला नास करे बर आय हवस? मेंह जानत हंव कि तेंह कोन अस, तेंह परमेसर के पबितर जन अस।”

35 यीसू ह ओला दबकारके कहिस, “चुपे रह। अऊ ओम ले निकर आ।” तब परेत आतमा ह ओ मनखे ला ओ जम्मो झन के आघू म पटकिस अऊ ओला बिगर चोट पहुंचाय निकर गीस।

36 जम्मो मनखेमन अचम्भो करिन अऊ एक-दूसर ला कहिन, “एह का सिकछा अय? अधिकार अऊ सक्ति के संग ओह परेत आतमामन ला हुकूम देथे अऊ ओमन निकर जाथें।” 37 अऊ आस-पास के जम्मो जगह म यीसू के बारे खबर फइल गीस।

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