लूका 3:1-9
Hindi Bible: Easy-to-Read Version
यूहन्ना का संदेश
(मत्ती 3:1-12; मरकुस 1:1-8; यूहन्ना 1:19-28)
3 तिबिरियुस कैसर के शासन के पन्द्रहवें साल में जब
यहूदिया का राज्यपाल पुन्तियुस पिलातुस था
और उस प्रदेश के चौथाई भाग के राजाओं में हेरोदेस गलील का,
उसका भाई फिलिप्पुस इतूरैया और त्रखोनीतिस का,
तथा लिसानियास अबिलेने का अधीनस्थ शासक था।
2 और हन्ना तथा कैफा महायाजक थे, तभी जकरयाह के पुत्र यूहन्ना के पास जंगल में परमेश्वर का वचन पहुँचा। 3 सो यर्दन के आसपास के समूचे क्षेत्र में घूम घूम कर वह पापों की क्षमा के लिये मन फिराव के हेतु बपतिस्मा का प्रचार करने लगा। 4 भविष्यवक्ता यशायाह के वचनों की पुस्तक में जैसा लिखा है:
“किसी का जंगल में पुकारता हुआ शब्द:
‘प्रभु के लिये मार्ग तैयार करो
और उसके लिये राहें सीधी करो।
5 हर घाटी भर दी जायेगी
और हर पहाड़ और पहाड़ी सपाट हो जायेंगे
टेढ़ी-मेढ़ी और ऊबड़-खाबड़ राहें
समतल कर दी जायेंगी।
6 और सभी लोग परमेश्वर के उद्धार का दर्शन करेंगे!’”(A)
7 यूहन्ना उससे बपतिस्मा लेने आये अपार जन समूह से कहता, “अरे साँप के बच्चो! तुम्हें किसने चेता दिया है कि तुम आने वाले क्रोध से बच निकलो? 8 परिणामों द्वारा तुम्हें प्रमाण देना होगा कि वास्तव में तुम्हारा मन फिरा है। और आपस में यह कहना तक आरंभ मत करो कि ‘इब्राहीम हमारा पिता है।’ मैं तुमसे कहता हूँ कि परमेश्वर इब्राहीम के लिये इन पत्थरों से भी बच्चे पैदा करा सकता है। 9 पेड़ों की जड़ों पर कुल्हाड़ा रखा जा चुका है और हर उस पेड़ को जो उत्तम फल नहीं देता, काट गिराया जायेगा और फिर उसे आग में झोंक दिया जायेगा।”
Read full chapter© 1995, 2010 Bible League International