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58 थोरकन देर बाद, एक आने मनखे ओला देखिस अऊ कहिस, “तेंह घलो ओमन ले एक झन अस।”

पर पतरस ह कहिस, “ए मनखे, मेंह नो हंव।”

59 करीब एक घंटा के बाद, एक आने मनखे ह जोर देके कहिस, “सही म, ए मनखे ह ओकर संग रिहिस, काबरकि एह घलो गलील प्रदेस के रहइया ए।”

60 पतरस ह जबाब देके कहिस, “ए मनखे, मेंह नइं जानंव कि तेंह का कहथस।” जब ओह ए कहितेच रिहिस कि तुरते कुकरा ह बासिस। 61 अऊ परभू ह लहुंटके पतरस ला सीधा देखिस, तब पतरस ह परभू के कहे ओ बात ला सुरता करिस, “एकर पहिली कि आज कुकरा ह बासे, तेंह तीन बार मोर इनकार करबे।” 62 पतरस ह अंगना के बाहिर गीस अऊ फूट-फूट के रोईस।

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