Add parallel Print Page Options

21 “यह जाति बिना प्रार्थना और उपवास के बाहर नहीं निकाली जा सकती.”[a]

दुःखभोग और क्रूस की मृत्यु की दूसरी भविष्यवाणी

(मारक 9:30-32; लूकॉ 9:44-45)

22 जब वे गलील प्रदेश में इकट्ठा हो रहे थे, येशु ने उनसे कहा, “अब मनुष्य का पुत्र मनुष्यों के हाथों में पकड़वा दिए जाएगा. 23 वे उसकी हत्या कर देंगे. तीसरे दिन वह मरे हुओं में से जीवित किया जाएगा.” शिष्य अत्यन्त दुःखी हो गए.

Read full chapter

Footnotes

  1. 17:21 कुछ प्राचीनतम पाण्डुलिपियों मूल हस्तलेखों में 21 पद पाया नहीं जाता.