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संगीत निर्देसक बरे कोरह परिवार क एक ठु भक्ति गीत।

हे परमेस्सर, हम पचे तोहरे बारे मँ सुने अही।
    हमार पुरखन ओनकइ दिनन मँ जउन काम तू किहे रह्या ओनके बारे मँ हम पचन्क बताया।
    उ पचे पुराने जमाने मँ जउन तू किह्या ह, ओनका हम पचन्क बताया।
हे परमेस्सर, तू इ धरती आपन महासक्ति स पराये लोगन्स लिहा
    अउर हम का दिहा।
ओन बिदेसी लोगन्क तू कुचर दिहा,
    अउर ओनका इ धरती तजिके देइ क दबाव डाया।
हमार पुरखन इ धरती आपन तरवारन क बल पइ नाहीं लिहे रहेन आपन भुजदण्डन क बल पइ बिजयी नाहीं भएन।
    इ एह बरे भवा रहा।
काहेकि तू हमरे पुरखन क संग रह्या।
    हे परमेस्सर, तोहार महान सक्ति हमरे पुरखन क रच्छा किहस।
    काहेकि तू ओनसे पिरेम करत रह्या।
हे मोरे परमेस्सर, तू मोर राजा अहा।
    उ आदेस द्या जउन कि याकूब क लोगन क जीत मँ अगुवाइ करी।
परमेस्सर, तोहरी सक्ति स हम आपन दुस्मनन क पीछे ढकेल दिहन।
    तोहार नाउँ स हम आपन दुस्मन क कुचरि देब।
मोका आपन धनुस अउ बाणन पइ भरोसा नाहीं।
    मोर तरवार मोका बचाइ नाहीं सकत।
हे परमेस्सर, तू ही हमका मिस्र स बचाया।
    तू हमरे दुस्मनन क लज्जित किहा।
हर दिन हम परमेस्सर क गुण गाउब।
    हम तोहरे नाउँ क स्तुति सदा करब।

मुला अब, हे यहोवा, तू हम लोगन स पीछे मुड़ि गवा ह अउ हमका नीचा कइ दिहा ह!
    तू हमरे फउज मँ जुरइ स इन्कार कइ दिहा ह जब हम जुद्ध मँ गए रहेन!
10 तू हमका हमरे दुस्मनन क लगे छोड़ि दिहेस,
    तउ उ पचे हमार सारा धन दौलत छीन लइ गएन।
11 तू हमका उ भेड़ी क नाई तज्या जउन खइया क तरह खाइ क होत ह।
    तू हमका रास्ट्रन क बीच छितराइ दिहा।
12 हे परमेस्सर, तू आपन लोगन क यूँ ही बेच दिहा,
    अउ ओनके मूल्य पइ भाव ताव नाहीं किहा।
13 तू हमका हमरे पड़ोसियन मँ हँसी क पात्र बनाया।
    हमरे पड़ोसी हमार मसखरी करत हीं, अउर हमार मजाक बनावत हीं।
14 लोग हमरी भी कथा उपहास कथा मँ कहत हीं।
    हिआँ तलक कि उ सबइ लोग जेनका आपन कउनो रास्ट्र नाहीं अहइ, आपन मूँड़ी हलाइके हमार मसखरी करत हीं।
15 मइँ लज्जा मँ बूड़ा अहउँ।
    मइँ सारे दिन भइ निज लज्जा निहारत रहत हउँ।
16 मोर दुस्मन मोका लज्जित किहेन ह।
    मोर मसखरी उड़ावत भए मोर दुस्मन, आपन बदला लेइ चाहत ह।
17 हे परमेस्सर, हम तोहका बिसरावा नाहीं।
    फिन भी तू हमरे संग अइसा करत ह।
    हम जब आपन करार पइ तोहरे संग हस्ताच्छर किहे रहे, झूठ नाहीं बोले रहे।
18 हे परमेस्सर, हम तउ तोहसे मुँह नाहीं मोड़ा।
    अउर न ही तोहार अनुसरण करब तजा ह।
19 मुला, हे यहोवा, तू हमका इ ठउरे पइ अइसे ठूँस दिहा ह जहाँ सियार रहत हीं।
    तू हमका इ जगह मँ जउन मउत क तरह अँधियर अहइ मूँद दिहा ह।
20 का हम आपन परमेस्सर क नाउँ बिसरी?
    का हम विदेसी देवतन क अगवा निहुरी? नाहीं।
21 निहचय ही, परमेस्सर ऍन बातन क जानत ह।
    उ तउ हमार गहिर रहस्य तलक जानत ह।
22 हे परमेस्सर, हम तोहरे बरे रोज रोज मारा जात अही।
    हम ओन भेड़िन जइसा बना अही जउन बधइ बरे लइ जाई जात अहइँ।
23 मोर सुआमी, उठ!
    नींदिया मँ काहे ओलरा अहा?
    उठा! हमका सदा बरे जिन तजा।
24 हे परमेस्सर, तू हमसे काहे छुपत ह?
    का तू हमार दुःख अउर सबइ वेदना क बिसरि गवा अहा?
25 हमका धूरि मँ पटक दीन्ह गवा ह।
    हम ओंधा मुँह कइके धरती पइ पड़ा भवा अही।
26 हे परमेस्सर, उठा अउर हमका बचाइ ल्या।
    आपन नित्य पिरेम क कारण हमार रच्छा करा।