Add parallel Print Page Options

एक नवा दिन आवइ क अहइ

पहिले लोग सोचा करत रहेन कि जबूलून अउर नप्ताली क धरती महत्वपूर्ण नाहीं अहइ। किन्तु पाछे परमेस्सर उ धरती क महान बनाइ। समुद्दर क लगे क धरती पइ, यरदन नदी क पार अउ गलील मँ गैर यहूदी लोग रहत हीं। जदपि आनु इ सबइ लोग अंधकार मँ निवास करत हीं, किन्तु एनका महान प्रकास रूप मँ दर्सन होइ। इ सबइ लोग एक अइसे अँधियारा मँ रहत हीं जउन मउत क देस क नाई अहइ। किन्तु उ “अद्भुत जोति” ओन पइ प्रकासित होइ।

तू इ जाति क बढ़ोतरी करब्या, का तू नाहीं करब्या? तू ओकर खुसहाली क बढ़ाउब्या, का इ सही नाहीं अहइ? इ सबइ लोग तोहार मोजूदगी मँ अइसे ही खुस होइ जइसे लोग कटनी क समय पइ खुस होत ह, या इ सबइ वइसी ही खुस होइ जइसी जुद्ध मँ लूटा भवा चिजियन क आपुस मँ बाँटइ क समइ मँ खुसी मनावत हीं। अइसा काहे होइ? काहेकि तू पचन्क इ भारी जूए क तोड़ी देब्या जउन अत्याचारी लोग तोहार कंधा पइ धरेस ह। तू पचे एकॉ वइसा ही हराउब्या जइसा तू पचे मिद्यानियन क हराए रह्या!

हर उ कदम जउन जुद्ध मँ आगे बढ़ा, बर्बाद कइ दीन्ह जाइ। हर उ वर्दी जेइ पउ लहू क धब्बन बाटेन, बर्बाद कइ दीन्ह जाइ। इ सबइ वस्तुअन आगी मँ झोंकि दीन्ह जइहीं। इ सब कछू तब घटी जब उ बिसेस बच्चा क जनम होइ। परमेस्सर हमका एक ठु पूत प्रदान करी। इ पूत लोगन क अगुवाइ बरे उत्तरदायी होइ। ओकर नाउँ होइ: “अद्भुत, उपदेसक, सामर्थी परमेस्सर, पिता चिर अमर अउ सान्ति क राजकुमार।” ओकरे राज्ज मँ सक्ति अउर सान्ति क निवास होइ। दाउद क बंसज, उ राजा क राज्ज क लगातार विकास होत रही। उ राजा नेकी अउ निस्पच्छ निआव क आपन राज्ज क सासन मँ हमेसा हमेसा उपयोग करत रही।

उ सर्वसक्तीमान यहोवा आपन प्रजा स गहिर पिरेम राखत ह अउर ओकर इ गहिर पिरेम ही ओहसे अइसे काम करवावत ह।

परमेस्सर इस्राएल क सजा देइ

याकूब क लोगन क खिलाफ मोर यहोवा एक आग्या दिहेस। इस्राएल क खिलाफ दीन्ह गइ उ आग्या क पालन होइ। तब एप्रैम क हर मनई क अउर हिआँ तलक कि सोमरोनक मुखिया लोगन क इ पता चलि जाइ कि परमेस्सर ओनका सजा दिहे रहा।

आजु उ सबइ लोग अभिमानी अउ बड़बोला अहइँ। उ सबइ लोग कहा करत हीं, 10 “होइ सकत ह इ सबइ ईटन भहराइ जाइँ किन्तु हम एकर अउर जियादा मजबूत पाथरन स निर्माण करब। सम्भव अहइ इ सबइ नान्ह नान्ह बृच्छ काट गिराव जाइँ। किन्तु हम नवा नवा बृच्छ खड़ा कइ देब अउर इ सबइ बृच्छ बिसाल तथा मजबूत बृच्छ होइहीं।”

11 तउ यहोवा इस्राएल क लोगन क खिलाफ जुद्ध करइ बरे हुसकाइ। यहोवा रसीन क सत्रुअन क ओनकर विरुद्ध लइ आई। 12 यहोवा पूरब स आराम क लोगन क अउ पच्छिम स पलिस्तियन क लिआइ। उ सबइ सत्रु आपन फउज स इस्राएल क हराइ देइहीं। किन्तु परमेस्सर इस्राएल स तब भी कुपित रही। यहोवा तब भी लोगन क सजा देइ क तत्पर रही।

13 परमेस्सर लोगन क सजा देइ, किन्तु उ पचे फुन भी पाप करब नाहीं छोड़िहीं। उ पचे परमेस्सर कइँती नाहीं मु़ड़िहीं। उ पचे सर्वसक्तिमान यहोवा क अनुसरण नाहीं करिहीं। 14 तउ यहोवा इस्राएल क मूँड़ अउ पूँछ काट देइ। एक ही दिन मँ यहोवा ओकर साखा अउर ओकरे तने क लइ लेइ। 15 (हिआँ मूँड़ क अरथ अहइ अग्रज तथा महत्वपूर्ण अगुवा लोग अउर पूँछ स अरथ अहइ अइसे नबी जउन झूठ बोला करत हीं।)

16 उ सबइ लोग जउन अगुवाइ करत हीं ओनका बुरे मारग पइ लइ जात हीं। जउन लोग ओनके पाछे चलत हीं, बर्बाद कइ दीन्ह जइहीं। 17 इ सबइ सबहिं लोग दुस्ट अहइँ। एह बरे यहोवा एन युवकन स खुस नाहीं अहइ। यहोवा ओनकर राँड़ अउरत अउ ओनकर अनाथ लरिकन पइ दाया नाहीं करी। काहेकि इ सबइ लोग दुस्ट अहइँ। इ सबइ लोग अइसे काम करत हीं जउन परमेस्सर क खिलाफ अहइँ। इ सबइ लोग झूठ बोलत हीं। तउ परमेस्सर एन लोगन क बरे कुपित बना रही अउ सजा देत रही।

18 बुराई एक ठु छोटकी सी आगी अहइ, आगी पहिले घास फूस अउर काँटन क बारत ह, फुन उ बड़की बड़की झाड़ियन अउ जंगल क बारइ लागत ह अउर अंत मँ जाइके उ बियापक आगी का रूप लइ लेत ह अउर हर वस्तु धुँआ बनिके ऊपर उड़ि जात ह।

19 सर्वसक्तिमान यहोवा कुपित अहइ। एह बरे इ प्रदेस भसम होइ जाइ। उ आगी मँ सबहिं लोग भसम होइ जइहीं। कउनो मनई आपन भाई तलक क बचावइ क जतन नाहीं करी। 20 तब ओनके आस-पास, जउन भी कछू होइ, उ पचे ओका जब दाहिन कइँती लेइहीं, या बाई कइँती स लेइहीं, भूखा ही रइहीं। फुन उ सबइ लोग आपुस मँ आपन ही परिवार क लोगन क खाइ लगिहीं। 21 (अर्थात् मनस्से, एप्रैम क खिलाफ लड़ी अउर एप्रैम मनस्से क खिलाफ लड़ाइ करी अउर फुन दुइनउँ ही यहूदा क खिलाफ होइ जइहीं।)

यहोवा इस्राएल स अबहिं भी कोहान अहइ। यहोवा ओकर लोगन क सजा देइ बरे अबहिं भी तत्पर अहइ।