Add parallel Print Page Options

प्राक्कथन

मसीह येशु का प्रकाशन, जिसे परमेश्वर ने उन पर इसलिए प्रकट किया कि वह अपने दासों पर उन घटनाओं का प्रकाशन करें जिनका जल्द ही घटित होना तय है. इसे परमेश्वर ने अपने स्वर्गदूत के माध्यम से अपने दास योहन को पहुँचाया. योहन प्रमाणित करते हैं कि वह सब, जो उन्होंने देखा है, परमेश्वर की ओर से दिया गया सन्देश तथा मसीह येशु के साक्षी है. धन्य है वह, जो इस भविष्यवाणी को पढ़ता है तथा वे सब, जो इस भविष्यवाणी को सुनते हैं तथा इसमें लिखी हुई बातों का पालन करते हैं क्योंकि इसके पूरा होने का समय निकट है.

सम्बोधन, नमस्कार तथा स्तुति

योहन की ओर से उन सात कलीसियाओं को, जो आसिया प्रदेश में हैं.

तुम्हें उनकी ओर से अनुग्रह और शान्ति मिले, जो हैं, जो सर्वदा थे और जो आनेवाले हैं और सात आत्माओं की ओर से, जो उनके सिंहासन के सामने हैं तथा मसीह येशु की ओर से, जो विश्वासयोग्य गवाह, मरे हुओं से जी उठनेवालों में पहिलौठे तथा पृथ्वी के राजाओं के हाकिम हैं.

गौरव तथा अधिकार हमेशा-हमेशा उन्हीं का हो, जो हम से प्रेम करते हैं तथा जिन्होंने अपने लहू द्वारा हमें हमारे पापों से छुड़ाया और हमें अपनी प्रजा, अपने परमेश्वर और पिता के सामने याजक होने के लिए चुना. आमेन.

याद रहे:
वह बादलों में आ रहे हैं.
    हर एक आँख उन्हें देखेगी—यहाँ तक कि वे भी,
जिन्होंने उन्हें बेधा था.
    पृथ्वी के सभी मनुष्य उनके लिए विलाप करेंगे.
सच यही है! आमेन.

“सर्वशक्तिमान, जो है, जो हमेशा से था तथा जो आनेवाला है,” प्रभु परमेश्वर का वचन है, “अल्फ़ा और ओमेगा मैं ही हूँ.”

ईश्वरीय दर्शन का प्रारम्भ

मनुष्य के पुत्र समान व्यक्ति

मैं योहन, मसीह में तुम्हारा भाई तथा मसीह येशु के लिए दुःख सहने, परमेश्वर के राज्य की नागरिकता तथा लगातार कोशिश करने में तुम्हारा सहभागी हूँ, परमेश्वर के सन्देश के प्रचार के कारण मसीह येशु के गवाह के रूप में मैं पतमॉस नामक द्वीप में भेज दिया गया था. 10 प्रभु के दिन आत्मा में ध्यानमग्न की अवस्था में मुझे अपने पीछे तुरही के ऊँचे शब्द के समान यह कहता सुनाई दिया, 11 “जो कुछ तुम देख रहे हो, उसे लिखकर इन सात कलीसियाओं को भेज दो: इफ़ेसॉस, स्मुरना, पेरगामॉस, थुआतेइरा, सारदेइस, फ़िलादेलफ़ेइया और लाओदीकेइया.”

12 यह देखने के लिए कि कौन मुझसे बातें कर रहा है, मैं पीछे मुड़ा. पीछे मुड़ने पर मुझे सात सोने के दीपदान दिखाई दिए 13 और मैंने दीपदानों के बीच एक “मनुष्य के पुत्र,” के समान एक पुरुष को पैरों तक लम्बा वस्त्र तथा छाती पर सोने का पटुका बांधे हुए देखा. 14 उनका सिर और बाल ऊन के समान सफ़ेद हिम जैसे उजले, आँख आग की ज्वाला से, 15 पैर भट्टी में तपा कर चमकाए हुए काँसे की तरह तथा उनका शब्द प्रचण्ड लहरों की गर्जन-सा था. 16 वह अपने दायें हाथ में सात तारे लिए हुए थे. उनके मुँह से तेज़ दोधारी तलवार निकली हुई थी. उनका चेहरा दोपहर के सूर्य जैसे दमक रहा था.

17 उन्हें देख मैं उनके चरणों पर मरा हुआ सा गिर पड़ा. उन्होंने अपना दायाँ हाथ मुझ पर रखकर कहा: “डरो मत. पहिला और अन्तिम मैं ही हूँ. 18 और जीवित मैं ही हूँ; मैं मृत था किन्तु देखो, अब मैं हमेशा के लिए जीवित हूँ. मृत्यु और अधोलोक की कुंजियाँ मेरे अधिकार में हैं.

19 “इसलिए तुमने जो देखा है, जो इस समय घट रहा है और जो इसके बाद घटने पर है, उसे लिख लेना. 20 इन सात तारों का, जो तुम मेरे दायें हाथ में देख रहे हो तथा सात सोने के दीपदानों का गहरा अर्थ यह है: ये सात तारे सात कलीसियाओं को भेजे हुए दूत तथा सात दीपदान सात कलीसियाएँ हैं.”